सार… इंडिगो की उड़ानों में संकट लगातार पांचवें दिन भी जारी है और आज 350 से ज़्यादा फ्लाइट्स रद्द हुई हैं। चार दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें कैंसिल और 3 लाख से अधिक यात्री प्रभावित हो चुके हैं। सरकार ने कहा कि नए FDTL नियम अन्य एयरलाइंस को प्रभावित नहीं कर रहे, इसलिए गलती इंडिगो की है। DGCA ने इंडिगो को अस्थायी राहत दी है, पर ऑपरेशंस सामान्य होने में 15 दिसंबर तक का समय लगेगा।
नई दिल्ली. BDC News
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन संकट शनिवार को भी खत्म नहीं हुआ। लगातार पांचवें दिन देशभर के कई प्रमुख हवाईअड्डों—दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई—से 350 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। रातभर यात्रियों को एयरपोर्ट पर इंतज़ार करना पड़ा और भारी संख्या में लोग परेशान होते दिखे। पिछले चार दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द हुई हैं, जबकि प्रतिदिन औसतन 500 फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं। इससे अब तक करीब 3 लाख यात्री प्रभावित हो चुके हैं।
इंडिगो का कहना है कि उसके ऑपरेशन पूरी तरह सामान्य होने में 15 दिसंबर तक का समय लग सकता है। वहीं, सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू का कहना है कि नए FDTL नियम 1 नवंबर से लागू हुए थे, लेकिन अन्य एयरलाइनों को कोई दिक्कत नहीं आई, जिससे स्पष्ट है कि गलती इंडिगो की है। सरकार ने एयरलाइन की लापरवाही की जांच और कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
नई FDTL गाइडलाइंस के चलते पायलट और क्रू को अधिक आराम देने की अनिवार्यता लागू हुई, जिससे इंडिगो के पास स्टाफ की कमी उत्पन्न हुई। DGCA ने फिलहाल एयरलाइन को 10 फरवरी 2026 तक अस्थायी राहत देते हुए वीकली रेस्ट पर लगे प्रतिबंध को वापस ले लिया है। इसके बावजूद स्थिति अभी भी सामान्य नहीं हो सकी है