रामनाम की धुन में रमा संतनगर, अखंड रामुधनी का शुभारंभ
भोपाल. BDC NEWS
साधु वासवानी स्कूल में 60वीं वार्षिक रामधुनी का शुरू हुई, संतजी की मूर्ति एवं गुरू ग्रंथ साहिब पर मार्ल्यापण के साथ हरे राम, राम-राम, हरे राम गूंजने लगा।
संतजी के उत्तराधिकारी, सिद्ध भाऊजी कहा कि रामधुनी उस परम सत्ता से जुड़ने का एक माध्यम है, अखंड रामधुन में इतनी शक्ति है कि जो भी भक्तगण पूरी श्रद्धा एवं मनोयोग से इसमें शामिल होता है उसकी न केवल हर मनोकामना पूर्ण होती है बल्कि श्रद्धा से रामधुन लगाने से हर कष्ट दूर होता है, रामधुन लगाने से हर कार्य संभव होता है एवं सुख-शांति व समृद्धि आती है, भाउजी ने बताया कि रामधुनी के लिए बाहर के शहरों से अनेक भक्तगण आते हैं क्योंकि रामधुन से इनकी मनोकामना पूर्ण हुई है यहां तक जिसे संतान नहीं हुई है उसे भी संतान प्राप्ति होती है, जो बच्चे अपने घर में हर रोज रामधुनी लगाएंगें तो वह पढ़ाई में होशियार होगें।
सेवा के साथ सिमरन
इस अवसर पर शिक्षाविद् विष्णु गेहानी ने रामधुनी के शुभारंभ अवसर पर बताया कि 2006 से साधु वासवानी स्कूल में रामधुनी लग रही है। इसी तरह इस भूमि पर रामधुनी लगती रहे और इस स्कूल के बच्चे पढ़ाई में आगे बढ़ते रहें। रामधुनी के अवसर पर जीव सेवा संस्थान के सचिव महेश दयारामानी जी ने बताया कि संतनगर एक तीर्थ स्थान है जहां पर सेवा के साथ सिमरन भी होता है रामधुनी एक बहुत बड़ा महायज्ञ है इसमें हम सभी को सहयोग करना चाहिए एवं रामधुन का प्रचार-प्रसार करते हुए इस कार्य में अन्य लोगों को भी जोड़ना चाहिए, रामधुनी एक वटवृक्ष है जो 60 वर्षों से निरंतर चल रही है और आगे भी इसी तरह चलती रहेगी।
कलयुग में रामनाम
रामधुनी के संचालक अनिल चोटरानी ने कहा कि कलयुग में राम-नाम ही जीवन सफल करने का आधार है श्री गुरू ग्रंथ साहब एवं सुखमनी साहब में भी राम नाम के जाप को जीवन सफल करने का मूल मंत्र बताया गया है एवं आपने बताया कि हम समय न गवाएं समय निकल गया तो हम हाथ मलते रह जाएंगें इसलिए समय का सद्पयोग कर रामधुन का हिस्सा बनें अगर हम न भी रहें तो यह रामधुन इसी प्रकार आगे भी चलती रहेगी। इसी उद्देश्य से रामधुनी के सेवादारी युवा पीढ़ी को रामधुनी से जोड़ते जा रहे हैं जिससे रामधुनी जन्म जन्मातंर तक चलती रहे।
रामधुनी कब कौन लगाएगा
चोटरानी ने बताया कि इस महायंज्ञ में प्रात 8.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक माताएं और बहनें रामधुनी का जप करेंगे एवं शाम 6.00 बजे से प्रातः 8.00 तक पुरूष और भाई लोग रामधुनी लगाएंगे एवं प्रतिदिन सुबह 07.30 बजे आशादीवार, आरती एवं भजन कीर्तन होगा। इस महायज्ञ का समापन समारोह 26 दिसम्बर को प्रातः 8.00 से 9.00 बजे तक होगा।
रामधुनी के शुभारंभ मौके पर एमआईसी सदस्य राजेश हिंगोरानी.
रामधुनी के शुभारंभ मौके पर जीव सेवा संस्थान के सचिव महेश दयारामानी
रामधुनी लगाते बच्चे.. गूंजा हरे राम रामराम हरे राम
भोपाल डॉट कॉम सभी फोटो एवं रिपोर्ट रवि कुमार