गुलाब उद्यान- एक रूका हुआ फैसला, फिर पूरा होने की नई तारीख आई
– विधायक ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर उठाए सवाल
– विधायक ने लिया जाएगा पूरा होने की नई तारीख दी
हिरदाराम नगर। BDC news
गुलाब उद्यान के लिए फिर एक बार नई तारीख आई है। सितंबर में उद्यान के लोकार्पण का लक्ष्य विधायक रामेश्वर शर्मा ने अधिकारियों को दिया था, लेकिन शुक्रवार को उद्यान का जायजा लेने आए विधायक ने अधिकारियों के सामने तंज भरे अंदाज में कहा, सितंबर में उद्यान बनकर पूरा होना था, अब लगता है अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर या जनवरी में पूरा होगा। निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर भी विधायक ने नाराजगी जताई।
पांच करोड़ की लागत से सीहोर नाके पर आकार ले रहे गुलाब उद्यान की लेट लतीफी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले स्थान चयन में देरी हुई। फिर विधायक रामेश्वर शर्मा के उद्यान निर्माण में रूचि लेने से तत्कालीन महापौर आलोक शर्मा से दूरियां आड़े आईं। कांग्रेस सरकार बनने के बाद आधा अधूरे उद्यान का काम ठप हो गया। भाजपा के फिर सत्ता में आने के बाद विधायक सक्रिय हुए और काम शुरू हुआ। अधिकारियों को सितंबर में उद्यान तैयार करने का कहा गया। एक नहीं, दो नहीं तीन बार विधायक ने आकर उद्यान के काम को देखा, लेकिन शुक्रवार को उद्यान का निरीक्षण करने आए विधायक ने पहले तो निर्माण कार्य में कई जगह खामियां दिखाईं और अपनी नाराजगी दर्ज कराई, उन्होंने कहा अब आप लोग उद्यान हेंडओवर करने वाले हैं, फिर ऐसी कमियां क्यों दिख रही हैं।
जनवरी तक हो जाएगा!
उद्यान का जायजा लेने के बाद विधायक ने कहा हमारा लक्ष्य सितंबर में उद्यान बनाना था, लेकिन जनवरी तक बनने की उम्मीद दिख रही है। यह पार्क ऐसा होगा, जहां महापुरूषों की संतनगर में लगी प्रतिमाओं को भी स्थापित किया जाएगा, कोई समाज यदि अपने महापुरूषों की प्रतिमा लगाना चाहेगा लगा सकेगा। शर्मा ने कहा कि हालांकि कोई भी समाज हो उसका महापुरूष सबके लिए महापुरूष होता है।
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साल 2013 की है उद्यान की योजना
आपको बता दें संतनगर में गुलाब उद्यान बनाने की योजना साल 2013 की है। 2014-15 वित्तीय वर्ष में निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई गई थी। पहले जा जमीन देखी गई थी, वह निजी जमीन निकली थी। जमीन पर विवाद होने की स्थिति से योजना अटक गई थी। शुरू हुई थी। एमआईसी सदस्य रहे कृष्णमोहन सोनी इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट कहते रहे हैं, लेकिन विधायक रामेश्वर शर्मा ने संतनगर में गुलाबों की दुनिया बसाने के प्रोजेक्ट को पर दिए। गुलाब उद्यान में 1000 लोगों के हिसाब से व्यवस्थाएं की गई है।