खग्गू ने ‘सुनी’ पंचायत की, माधु ने कहा.. ‘मधुशाला’ नहीं सजने दी घर के उत्सव में
एक सम्मान जो चर्चाओं में.. सिंधी पंचायत ने लाद दिया हार फूल से….शराब कारोबारी का धंधे से अलग हटकर मिजाज आया सामने..
भोपाल. अजय तिवारी
धंधा अपनी जगह है. समाज की चिंता अपनी जगह. दशकों से मधुशाला और जाम से जुड़े कारोबारी की केवल अपने परिवार के एक मौके पर ‘मधु’ (शराब) से दूरियां की ‘मिसाल’ चर्चाओं में है. चर्चाओं में इसलिए नहीं कि स्वागत-सत्कार में शराब नहीं परोसी. कॉकटेल नहीं किया, जो सिंधी समाज में शादी के अवसर पर शान शौकत दिखाने के लिए होती है. जिसकी मधुशालाओं में मदिरा प्रेमियों का मेला लगता है. उसने अपने घर के उत्सव में मदिरा न पिलाने का फैसला लिया।
जग जाहिर करने के मायने
तारीफ तो बनती है सोच का संतनगर के सिंधी समाज की प्रतिनिधि संस्था पूज्य सिंधी पंचायत ने घर की बात जग जाहिर करने का फैसला लिया। माननीय को बुलाया। हार फूल मंगवाए. शाल भी उठाए और कहा मान गए उस्ताद क्या बात है. शादी में कॉकटेल को हतोउत्साहित करने के लिए हमारी कोशिश में आप का प्रयास सबसे अहम है. आप जो शराब के कारोबार से जुड़े हैं, आपने ने शराब को शादी के अवसर पर तौबा कहा.
पंचायत अध्यक्ष के बोल
चलो नाम भी बता देते हैं शराब के शहंशाह का नाम तो आप हैं किशन चंद आसूदानी उर्फ खग्गू। पंचायत कार्यालय में सम्मान करते हुए पंचायत अध्यक्ष माधु चांदवानी ने कहा श्री आसूदानी ने अपने सुपुत्र के विवाह में मास, मदिरा का उपयोग पूरी तरह वर्जित कर समाज के लिए एक नई मिसाल पेश की। आसूदानी का भोपाल जिले व आसपास के क्षेत्रो में मदिरा की दुकानें है। चांदवानी ने कहा कि पंचायत द्वारा कॉकटल पार्टी पर रोक के लिए जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. श्री आसूदानी ने पंचायत का सम्मान करते हुए अपने सुपुत्र की शादी में कॉकटल पार्टी को हटाकर मोकटल पार्टी का आयोजन किया. एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम में मांस-मदिरा को दूर रखा। सम्मान के अवसर पर पंचायत पदाधिकारी तो जुटे कई जाने-माने चेहरे भी नजर आए.
तो हम श्रद्धांजलि नहीं देंगे
यह तो बात रहीं पहल, सम्मान और सम्मान करने के बाद पंचायत के बोल की. समारोह में एक बात और हुई, जो आई गई हो गई. एक पदाधिकारी ने सुझाव दिया, जो परिवार में शादी के अवसर पर कॉकटेल करे, उसकी पगड़ी रस्म में पंचायत भागीदारी न करे. मतलब कॉकटेल की तो आपके पगड़ी रस्म पर संकट. यह बात हास्यास्पद हो, लेकिन सुझाव में गहरी बात थी, सुझाव कर्ता कहना जा रहे हैं थे जाम से जाम टकराएं हम श्रद्धांजलि लायक तक नहीं रहने देंगे.
कॉकटेल पर रोक पुरानी बात है
नशे को लेकर सिंधी समाज में गहरी चिंता है. सिंधी सेंट्रल पंचायत भोपाल, पूज्य सिंधी पंचायत, भोपाल चर्चा सत्र कर रही हैं. हॉर्डिंग्स और बैनर लगाने की बात कर रही हैं. शादी वाले घर में जाकर कॉकटेल न करने का आग्रह कर रही हैं. वैसे कॉकटेल पर रोक करने का पंचायतों को फरमान सालों से चल रहा है, लेकिन कॉकटेल करने वाले और कॉकटेल में जाने वाले मानने को तैयार नहीं है. तर्क है, शादी किस बात की जब कॉकटेल न हो.
भोपाल डॉट कॉम