चैतीचांद शोभा यात्रा: एक बैठक के बाद ‘जोश’, तालमेल में कमी
Written By: Ajay Tiwari
BDC NEWS. संतनगर
संतनगर में चैतीचांद पर निकलने वाली शोभा यात्रा को लेकर एक बैठक के बाद से ‘जोश’ में बदलाव दिख रहा है, जो कुछ बैठक में हुआ, वह मीडिया में नहीं आया। यह भी कह सकते हैं मनो मनौब्बल कर आने नहीं दिया गया। समाज का काम है तो मीडिया धर्मिता ने भी चुप्पी साधी। बैठक का ब्योरा जो मीडिया तक पहुंचाना था पहुंचाया गया। बात मतभेद की थी, लेकिन उससे बड़ी बातचीत में तनाव की।
दरअसल शोभा यात्रा को शुरू करने की परंपरा में संशोधन का प्रस्ताव रखा गया था। शुरूआत परंपरागत जगह से कर पूरे तामझाम के साथ दूसरी जगह से निकालने की थी। यह प्रस्ताव शोभा यात्रा की भव्यता को लेकर सक्रिय और बड़े नाम की ओर से रखा गया था, लेकिन प्रस्ताव पर जिस तरह की प्रतिक्रिया आई, वह बैठक में मौजूद लोगों को चौंकाने वाली थी। प्रतिक्रिया के पक्ष में जो खड़े हुए वह शोभा यात्रा समिति का सबसे अहम नाम था। संशोधन का प्रस्ताव रखने वाला बड़ा नाम था। उसके सामने जिस तरह प्रतिक्रिया रखी गई, उसे लेकर संतनगर में खासी चर्चा है।
प्रवक्ता हो गए है खामोश
बैठक के बाद से शोभा यात्रा को बीते साल से अधिक भव्य और विशाल बनाने के लिए धर्मगुरूओं के पास जाना, सामाजिक संस्थाओं के पास जाने को लेकर जोश में कमी दिख रही है। समिति की ओर से मीडिया तक खबर पहुंचाने के लिए अधिकृत पर्सन ने उस बैठक की जानकारी देने से यह कहते हुए मना कर दिया था ‘फलां ही भेजेंगे मैं विज्ञप्ति नहीं भेजेंगा।’ बैठक में संशोधन का विरोध करने वाले का कहना है भाई सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है।
दो राय नहीं, शोभा यात्रा भव्य होगी
इसमें कोई दो राय नहीं शोभा यात्रा भव्य होगी, क्योंकि वह समाज की सहभागिता का अवसर है, लेकिन ‘नेतृत्व’ शब्द ने जोश में ग्रहण लगाया है। हालांकि जिसके नेतृत्व की बात कहीं जा रही थी या चर्चा में थी। उसका कहना है समाज और धर्मगुरूओं का नेतृत्व बीते साल भी था इस साल भी रहेगा। बैठक में मौजूद जन क्या हुआ के सवाल पर बताते तो सब हैं, लेकिन कहते हैं मेरा उल्लेख नहीं करना। BDC NEWS के पास बैठक की पूरी जानकारी है, लेकिन मतभेद मायने नहीं रखते मनभेद नहीं होना चाहिए। आप तक जो पहुंचाया वह छानकर बिना नाम का उल्लेख किए।