चैत्र नवरात्रि 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है, और चैत्र नवरात्रि साल में चार बार आने वाली नवरात्रि में से एक है। यह नवरात्रि वसंत ऋतु में आती है और इसे वसंत नवरात्रि भी कहा जाता है। यह मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का पावन अवसर होता है।
चैत्र नवरात्रि 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त:
- चैत्र नवरात्रि 2025: 30 मार्च 2025 से 6 अप्रैल 2025 तक
कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
- प्रथम मुहूर्त: 30 मार्च 2025 को सुबह 6:12 से 10:20 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:59 से 12:49 बजे तक।
चैत्र नवरात्रि का महत्व:
चैत्र नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह नवरात्रि न केवल मां दुर्गा की पूजा का अवसर है, बल्कि यह हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत्) की शुरुआत का भी प्रतीक है। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन, राम नवमी मनाई जाती है, जो भगवान राम का जन्मदिन है।
मां दुर्गा का हाथी पर आगमन:
इस वर्ष, मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी, जो शुभ माना जाता है। मान्यता है कि मां का हाथी पर आगमन सुख-समृद्धि का प्रतीक है।
चैत्र नवरात्रि की पूजा विधि:
चैत्र नवरात्रि में, मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। भक्त नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और मां दुर्गा की आराधना करते हैं। कलश स्थापना इस त्योहार का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है।
चैत्र नवरात्रि का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व:
चैत्र नवरात्रि न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव भी है। यह त्योहार लोगों को एक साथ लाता है और उन्हें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ता है। चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार मां दुर्गा की शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। यह त्योहार हमें एकता, भाईचारे और सांस्कृतिक समृद्धि का महत्व सिखाता है।
भोपाल डॉट कॉम, धर्म डेस्क