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अनिल कुंबले का ऐतिहासिक कारनामा: टेस्ट क्रिकेट में पूरे 10 विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने

भोपाल, 7 फरवरी 2025 – क्रिकेट इतिहास में 7 फरवरी का दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास मायने रखता है। ठीक 26 साल पहले, 7 फरवरी 1999 को भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में एक ही पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया था।

एक ऐतिहासिक स्पेल जिसने क्रिकेट जगत को चौंका दिया

अनिल कुंबले ने पाकिस्तान की दूसरी पारी में 26.3 ओवरों में 74 रन देकर सभी 10 विकेट झटके। उनकी इस ऐतिहासिक गेंदबाजी के चलते पाकिस्तान की टीम 207 रनों पर ऑलआउट हो गई और भारत ने 212 रनों से जीत दर्ज की। कुंबले की यह शानदार गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ गई।

इससे पहले इंग्लैंड के महान ऑफ-स्पिनर जिम लेकर (Jim Laker) ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में 10 विकेट लेने का कीर्तिमान स्थापित किया था। कुंबले ने यह उपलब्धि हासिल कर उनके बाद यह रिकॉर्ड बनाने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने।

मैच का पूरा घटनाक्रम

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 252 रन बनाए, जिसमें कप्तान सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान की पहली पारी को 172 रनों पर समेट दिया। भारत ने दूसरी पारी में 339/6 पर पारी घोषित की, जिससे पाकिस्तान को जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य मिला।

पाकिस्तान की टीम मजबूत बल्लेबाजी क्रम के बावजूद कुंबले की फिरकी के सामने टिक नहीं पाई। कुंबले ने एक के बाद एक पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा, जिनमें सईद अनवर, शाहिद अफरीदी, इंजमाम-उल-हक, मोहम्मद यूसुफ और वसीम अकरम जैसे दिग्गज शामिल थे।

इतिहास के पन्नों में अमर हुआ यह कारनामा

कुंबले का यह प्रदर्शन न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार पल बन गया। इस अद्भुत उपलब्धि के बाद अनिल कुंबले को चारों ओर से बधाइयां और सम्मान मिलने लगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें विशेष सम्मान से नवाजा और क्रिकेट प्रेमियों ने इस दिन को भारतीय क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम दिन कहा।

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आज भी याद किया जाता है कुंबले का रिकॉर्ड

आज, 7 फरवरी 2025 को इस ऐतिहासिक क्षण को 26 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में आज भी ताजा और जीवंत है। अनिल कुंबले की इस उपलब्धि को क्रिकेट जगत में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक माना जाता है।

यह दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व से भरा हुआ है और इस ऐतिहासिक लम्हे को हर साल याद किया जाता रहेगा। अनिल कुंबले का नाम क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो चुका है।

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