यूक्रेन युद्ध: ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी को रूसी हमलों की जानकारी दी, तेल खरीद घटाने का आग्रह

यूक्रेन युद्ध: ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी को रूसी हमलों की जानकारी दी, तेल खरीद घटाने का आग्रह

नई दिल्ली. BDC News
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर लंबी बातचीत की। ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक कूटनीति के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

ज़ेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी को यूक्रेन पर लगातार हो रहे रूसी हमलों से अवगत कराया, जिसमें हाल ही में ज़ापोरिझिया में बस स्टेशन पर हुआ हमला भी शामिल है, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए थे।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि भारत उनके शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और इस पर सहमत है कि यूक्रेन से जुड़े किसी भी फैसले में यूक्रेन की भागीदारी आवश्यक है।

रूस से तेल खरीद कम करने का आग्रह

बातचीत के दौरान ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी से रूस पर और प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। उन्होंने भारत से रूस से तेल खरीद को सीमित करने का अनुरोध किया, ताकि युद्ध को जारी रखने की रूस की क्षमता को कम किया जा सके।

दोनों नेताओं ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान व्यक्तिगत रूप से मिलने पर भी सहमति जताई। इसके अलावा, उन्होंने एक-दूसरे के देशों का दौरा करने की संभावना पर भी विचार करने का फैसला किया।

“यूक्रेन का दूसरा बंटवारा नहीं होने देंगे”

पीएम मोदी से बातचीत से पहले, ज़ेलेंस्की ने X पर एक वीडियो जारी कर स्पष्ट किया कि यूक्रेन को किसी भी हालत में दूसरा बंटवारा मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि रूस को जमीन सौंपकर शांति नहीं आ सकती, बल्कि न्यायपूर्ण तरीके से युद्ध खत्म करने पर ही शांति स्थापित होगी।

ज़ेलेंस्की ने जोर देकर कहा, “हम इस दूसरे बंटवारे की कोशिश को नाकाम करेंगे। हम जानते हैं कि जहां दूसरा बंटवारा होगा, वहां तीसरा भी होगा।” उन्होंने कहा कि युद्ध का अंत केवल शांति और एक मजबूत सुरक्षा ढांचे के साथ ही होना चाहिए।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात होने वाली है। ट्रंप पहले ही यह कह चुके हैं कि युद्ध खत्म करने के लिए कुछ इलाकों की अदला-बदली करनी पड़ सकती है, जिसका यूक्रेन कड़ा विरोध कर रहा है।

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