गुजरात। BDC News
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। गुजरात के नर्मदा जिले में एकता नगर के पास स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा) पर उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय एकता दिवस परेड की सलामी ली।
महिला नेतृत्व में भव्य परेड
परेड की सभी टुकड़ियों का नेतृत्व महिला अधिकारियों ने किया। इसमें सीमा सुरक्षा बल (BSF) सहित 16 टुकड़ियाँ शामिल थीं। परेड में BSF के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के 16 पदक विजेता और CRPF के 5 शौर्य चक्र विजेता भी शामिल हुए। 100 सदस्यों की हेराल्डिंग टीम ने परेड का नेतृत्व किया, जबकि 9 बैंड टुकड़ियों और चार स्कूल बैंड ने प्रदर्शन किया।
इतिहास रचने पर ज़ोर
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि हमें इतिहास लिखने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए, बल्कि इतिहास रचने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने जो निर्णय लिए, उन्होंने भारत का इतिहास रच दिया।
असंभव को किया संभव
प्रधानमंत्री ने ‘लौह पुरुष’ सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने आजादी के बाद 550 से अधिक रियासतों को एकजुट करने के असंभव से लगने वाले कार्य को संभव बनाया। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का विचार उनके लिए सर्वोपरि था। पीएम ने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर आज करोड़ों लोगों ने एकता नगर में ‘एकता की शपथ’ ली है। उन्होंने देशवासियों से राष्ट्र की एकता को कमजोर करने वाले हर विचार या कार्य का त्याग करने का संकल्प लेने को कहा।
घुसपैठियों से सुरक्षा और सम्मान को खतरा
प्रधानमंत्री मोदी ने आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज देश की एकता और आंतरिक सुरक्षा को विदेशी घुसपैठियों से गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि ये घुसपैठिए दशकों से देश में घुस रहे हैं, संसाधनों का दोहन कर रहे हैं और जनसांख्यिकीय संतुलन बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने पिछली सरकारों पर वोट बैंक की राजनीति के लिए इस समस्या की अनदेखी करने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा कि यह सरदार पटेल का भारत है, जो अपनी सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करता, और जो आंख उठा कर देखता है उसे मजबूती से जवाब देता है।
स्वार्थ पर राष्ट्रीय हित भारी
पीएम ने कहा कि जब सरकार इस गंभीर मुद्दे पर निर्णायक रुख अपना रही है, तो कुछ लोग अपने स्वार्थ को राष्ट्रीय हित से ऊपर रख रहे हैं और घुसपैठियों के अधिकारों की रक्षा के लिए राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं।
कश्मीर और कांग्रेस की गलती
पीएम मोदी ने कश्मीर के मुद्दे पर कांग्रेस की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी सरदार पटेल की नीतियों का पालन नहीं किया, जिसका परिणाम देश को हिंसा और रक्तपात के रूप में भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि पटेल पूरे कश्मीर को एक करना चाहते थे, लेकिन पंडित नेहरू ने उनकी यह इच्छा पूरी होने से रोक दी, जिसके कारण कश्मीर को अलग संविधान और अलग झंडा मिला, और वह दशकों तक कांग्रेस की गलती की आग में जलता रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की खराब नीतियों के कारण कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के अवैध कब्जे में चला गया।
आतंकवाद पर निर्णायक प्रहार
पीएम मोदी ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने की बात कहते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा आतंकवाद के आगे झुकी रही, लेकिन यह सरदार का भारत है। हमने वैचारिक लड़ाई जीती है और नक्सलियों के घर में जाकर उनसे मुकाबला किया है। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले माओवादी आतंक की चपेट में रहे जिलों की संख्या 125 से घटकर आज 11 रह गई है, जिनमें से केवल 3 में ही नक्सलवाद गंभीर रूप से हावी है। उन्होंने संकल्प लिया कि जब तक देश नक्सलवाद, माओवाद और आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त नहीं हो जाता, सरकार चैन से नहीं बैठेगी।