पटना. BDC News
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपना विस्तृत घोषणापत्र, जिसे ‘संकल्प पत्र’ नाम दिया गया है, जारी कर दिया है। पटना के होटल मौर्य में आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और गठबंधन के अन्य प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। इस संकल्प पत्र को ‘विकसित बिहार का ब्लू प्रिंट’ बताया गया है, जिसका मुख्य ध्यान युवाओं, महिलाओं और दलितों पर केंद्रित है।
घोषणापत्र में कई बड़े वादे किए गए हैं, जिनमें 1 करोड़ से अधिक सरकारी नौकरी और रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य सबसे प्रमुख है। इसके साथ ही, महिला सशक्तिकरण के लिए 1 करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने और ‘मिशन करोड़पति’ के तहत महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने की योजना है।
एनडीए संकल्प पत्र के प्रमुख 12 वादे (12 Major Guarantees)
एनडीए ने बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए 12 अहम गारंटी दी हैं:
- रोजगार सृजन: 1 करोड़ से अधिक सरकारी नौकरी और रोजगार के अवसर पैदा करना। हर जिले में मेगा स्किल सेंटर स्थापित कर बिहार को एक वैश्विक कौशल केंद्र बनाना।
- महिला सशक्तिकरण: ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत महिलाओं को ₹2 लाख तक की सहायता प्रदान करना। साथ ही, 1 करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाना।
- अतिपिछड़ा वर्ग को समर्थन: अतिपिछड़ा वर्ग के विभिन्न व्यावसायिक समूहों (जैसे तांति, ततमा, निषाद) को ₹10 लाख तक की वित्तीय सहायता देना।
- किसान कल्याण: ‘कपूर्री ठाकुर किसान सम्मान निधि’ की शुरुआत, जिसके तहत किसानों को प्रति वर्ष ₹3,000 की अतिरिक्त राशि (कुल ₹9,000) मिलेगी। एग्री-इंफ्रास्ट्रक्चर में ₹1 लाख करोड़ का निवेश करना और पंचायत स्तर पर एमएसपी पर फसलों की खरीद सुनिश्चित करना।
- मत्स्य एवं दुग्ध मिशन: ‘जुब्बा सहनी मत्स्य पालक सहायता योजना’ से प्रत्येक मत्स्य पालक को ₹4,500 की सहायता देना और मत्स्य उत्पादन को दोगुना करना।
- बुनियादी ढाँचा: ‘बिहार गति शक्ति मास्टर प्लान’ के तहत 7 एक्सप्रेसवे का निर्माण और 3,600 किमी रेल ट्रैक का आधुनिकीकरण।
- शहरी विकास: पटना के पास एक ग्रीनफील्ड शहर ‘न्यू पटना’ और प्रमुख शहरों में सैटेलाइट टाउनशिप का विकास। मां जानकी की जन्मस्थली को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक नगरी ‘सीतापुरम’ के रूप में विकसित करना।
- कनेक्टिविटी: पटना में ग्रीनफील्ड अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, साथ ही दरभंगा, पूर्णिया और भागलपुर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का विस्तार। बिहार के 4 नए शहरों में मेट्रो सेवा शुरू करना।
- औद्योगिक क्रांति: ‘विकसित बिहार औद्योगिक मिशन’ के तहत ₹1 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित करके औद्योगिक क्रांति लाना।
- स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग: बिहार के प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और 10 नए औद्योगिक पार्क विकसित करना।
- न्यू-ऐज इकोनॉमी: अगले 5 वर्षों में बिहार को वैश्विक बैक-एंड हब और ग्लोबल वर्कप्लेस के रूप में स्थापित करना और ₹50 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित करना।
- गरीबों के लिए पंचामृत: गरीबों को मुफ्त राशन, 125 यूनिट मुफ्त बिजली, ₹5 लाख तक मुफ्त इलाज, 50 लाख नए पक्के मकान, और सामाजिक सुरक्षा पेंशन की गारंटी।
यह घोषणापत्र बिहार के आगामी 5 वर्षों के विकास का रोडमैप प्रस्तुत करता है, जिसका उद्देश्य राज्य को एक विकसित और आत्मनिर्भर प्रदेश बनाना है।