उत्तराखंड: उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही, 4 की मौत और 50 से ज्यादा लोग लापता
नई दिल्ली: BDC News
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली में 5 अगस्त को बादल फटने से भयंकर तबाही हुई। दोपहर करीब 1 बजकर 50 मिनट पर अचानक आए पानी और मलबे के सैलाब ने कई घरों, होटलों और दुकानों को पल भर में बहा दिया। इस भयावह घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें इमारतों को ताश के पत्तों की तरह ढहते हुए देखा जा सकता है।
हादसे की 10 बड़ी बातें
- तेज बहाव और मलबा: धराली में कई हज़ार फीट की ऊँचाई से पानी और मलबा 43 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से नीचे गिरा, जिसने सब कुछ तबाह कर दिया।
- जान-माल का नुकसान: इस हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से ज़्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
- सेना का कैंप प्रभावित: भारतीय सेना की 14 राजपूताना राइफल्स का एक कैंप भी इस आपदा की चपेट में आया है। बताया जा रहा है कि कैंप के 10 जवान लापता हैं।
- बचाव अभियान जारी: आर्मी, पुलिस, NDRF और SDRF की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से NDRF की टीमों को एयरलिफ्ट करके मौके पर पहुँचाया गया है।
- हादसे की वजह: लगातार कई घंटों की भारी बारिश को बादल फटने की वजह बताया जा रहा है।
- हेल्पलाइन नंबर जारी: प्रशासन ने लापता लोगों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 01374222126, 01374222722 और 9456556431 जारी किए हैं।
- सरकार की प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर बचाव अभियान की जानकारी दी है।
- एक और जगह फटा बादल: धराली के अलावा सुक्खू टॉप पर भी बादल फटने की ख़बर है, जिससे धर्मशाला का कुछ इलाका भी प्रभावित हुआ है।
- सैन्य उपकरण का उपयोग: सेना के हेलिकॉप्टर और अन्य सैन्य उपकरणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज़ी दी जा रही है।
- बादल फटने की परिभाषा: जब किसी इलाके में एक घंटे तक 10 सेंटीमीटर या उससे ज़्यादा बारिश होती है, तो उसे बादल फटना माना जाता है।