Lokayukta Raid : बैरागढ़ में सरकारी कर्मचारी रमेश हिंगोरानी निकला करोड़ों का आसामी
हाइलाइट्स
- समाजसेवी, स्कूल का सचिव भी है हिंगोरानी
- संतनगर-गांधीनगर के छह ठिकानों पर छापा
- लोकायुक्त की भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
- प्रॉपटी में निवेश, डायमंड, सोने की ज्वेलरी मिली
भोपाल. BDC NEWS
Lokayukta Raid : खबर राजधानी भोपाल के उपनगर संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) से लोकायुक्त के छापे की है। यहां सरकारी कर्मचारी और समाजसेवी रमेश हिंगोरानी के घर समेत छह ठिकानों पर रेड चल रही है। अभी तक रियल एस्टेट में निवेश(बेटों के नाम) लग्जरी कारें, डायमंड और गोल्ड ज्वेलरी बरामद हुई है।
बुधवार सुबह 6.30 बजे लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तकनीकी शिक्षा विभाग सचिवालय सतपुड़ा भवन भोपाल में जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के घर पर छापा मारा। लोकायुक्त की टीम ने बैरागढ़ के लक्ष्मण नगर स्थित उनके बंगले पर दबिश दी, जहां से भारी मात्रा में संपत्ति और गाड़ियां मिली हैं। जांच में क्रेटा और स्कॉर्पियो सहित 4 महंगी कारें, 5 दुपहिया वाहन, डायमंड और गोल्ड ज्वेलरी बरामद हुईं।
करोड़ों की जमीन पर कब्जा के आरोप
लोकायुक्त की जांच में खुलासा हुआ है कि रमेश हिंगोरानी और उनके परिवार ने भ्रष्टाचार से अर्जित धन को रियल एस्टेट में निवेश किया है। इसके अलावा, हिंगोरानी परिवार पर गांधीनगर क्षेत्र में करोड़ों रुपये की सरकारी जमीनों पर कब्जा करने और उन्हें विक्रय करने के भी आरोप हैं। दो वर्ष पूर्व लोकायुक्त के आदेश पर प्रशासन ने उनके द्वारा बनाई गई एक शादी गार्डन को तोड़ा था, जो सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना था।
जैसा संजय शुक्ला डीएसपी ने बताया
लोकायुक्त महोदय को रमेश हिंगोरानी व उनके परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति इकट्ठी करने की शिकायत मिली थी। प्रथम दृष्टा जांच में शिकायत में प्राप्त दस्तावेज और साक्ष्य सही पाए जाने पर एफआईआर की गई थी। जिसके बाद छापे की कार्रवाई की गई है। हिंगोरानी के निवास और उनके परिजनों के कार्यस्थल पर रेड डाली है। रेड में मिले दस्तावेज आभूषण का आकलन किया जाएगा। अनुमान है कि मामला करोड़ों में होगा।
जानिए क्या-क्या है हिंगाेरानी
रमेश हिंगोरानी एक सरकारी कर्मचारी होने के साथ गांधीनगर में समाजसेवा एवं शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा नाम है। वह सिंधी पंचायत से जुड़ा है। साथ ही लक्ष्मीदेवी विक्योमल सराफ एज्युकेशन सोसायटी का सचिव है। शिक्षण संस्थाओं में हिंगोरानी के बेटों को होल्ड है। वह शिक्षण संस्थाओं से पगार के रूप में मोटी रकम लेते हैं। हिंगोरानी कुटिया के सेवादारों में पहुंच वाला नाम है।
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