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पहलगाम आतंकी हमले को लेकर ताजा अपडेट, तनाव बढ़ा


प्रधानमंत्री मोदी का कड़ा संदेश:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों को ढूंढकर दंडित करेगा।


हमले का विवरण:
जांच में पता चला है कि बाईसरन के घास के मैदान में हुए इस हमले में पांच से छह आतंकवादी शामिल थे। उन्होंने पर्यटकों को तीन अलग-अलग स्थानों पर निशाना बनाया। आतंकवादियों ने पीड़ितों से उनका धर्म पूछा और कुछ को इस्लामिक आयतें सुनाने के लिए मजबूर किया।

आतंकवादियों की पहचान:

हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है, जिनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक – आसिफ फौजी (मूसा), सुलेमान शाह (यूनुस) और अबू तलहा (आसिफ) शामिल हैं। दो स्थानीय आतंकवादी आदिल गुरी (अनंतनाग) और अहसान (पुलवामा) बताए जा रहे हैं।


भारत की जवाबी कार्रवाई:
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें राजनयिक संबंधों को कम करना, सिंधु जल संधि को रोकना और अटारी सीमा को बंद करना शामिल है। भारत ने इस्लामाबाद में अपने उच्चायोग से रक्षा सलाहकारों को वापस बुला लिया है और दिल्ली में पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को देश छोड़ने का आदेश दिया है।


अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
अमेरिका, रूस और कई अन्य देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है।


जांच जारी:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और जम्मू-कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से हमले की जांच कर रहे हैं। जांचकर्ता हमास जैसे तौर-तरीकों के इस्तेमाल की संभावनाओं पर भी गौर कर रहे हैं, जिसमें बॉडी कैम और एन्क्रिप्टेड ऐप्स का उपयोग शामिल है।


सुरक्षा व्यवस्था:
कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आतंकवादियों की तलाश जारी है। पर्यटकों को घाटी छोड़ने की सलाह दी गई है।

व्यापार निलंबन:

पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार और तीसरे देशों के माध्यम से होने वाला व्यापार भी शामिल है।
हवाई क्षेत्र बंद:

पाकिस्तान ने भारत से आने-जाने वाली सभी वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।
राजनयिक संबंधों में कमी:

पाकिस्तान इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में राजनयिक कर्मचारियों की संख्या को 30 तक सीमित करेगा। यह कदम भारत द्वारा नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या कम करने के फैसले के जवाब में उठाया गया है।
राजनयिकों को वापस बुलाना:

पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में तैनात भारतीय रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए उन्हें 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया है। भारत ने भी इसी तरह इस्लामाबाद से अपने सैन्य सलाहकारों को वापस बुला लिया है।


सार्क वीजा निलंबित:
पाकिस्तान ने सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत सभी भारतीय वीजा निलंबित कर दिए हैं, सिवाय सिख तीर्थयात्रियों के। इस योजना के तहत वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।

सिंधु जल संधि पर रोक:
पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले को कड़ी निंदा की है और कहा है कि संधि के अनुसार पानी के प्रवाह को रोकने या मोड़ने का कोई भी प्रयास “युद्ध का कार्य” माना जाएगा।

शिमला समझौता स्थगित:
पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों, जिसमें शिमला समझौता भी शामिल है, को तब तक स्थगित रखेगा जब तक कि भारत कथित गतिविधियों जैसे आतंकवाद को बढ़ावा देना, सीमा पार हत्याएं और कश्मीर पर अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन न करना बंद नहीं कर देता।

संलिप्तता से इनकार:
पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है और भारत के आरोपों और जवाबी कार्रवाई की निंदा की है।

भोपाल डॉट कॉम, डेस्क

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