मंदसौर-नीमच में सिंचाई क्रांति: मुख्यमंत्री यादव का दौरा और विकास की सौगात
मंदसौर-नीमच जिलों में सिंचाई क्रांति और विकास की नई पहल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का संबोधन
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंदसौर और नीमच जिलों में सिंचाई सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
- जावद में महर्षि सांदीपनि विद्यालय का उद्घाटन किया, जो छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करता है।
- किसानों को सोलर पंप प्रदान करके बिजली बिलों से राहत देने की घोषणा की।
- सुखानंद को एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना का अनावरण किया।
- जावद में एक नई कपड़ा इकाई की स्थापना से 2,000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
- मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
जावद. BDC NEWS
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नीमच जिले के जावद में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई बड़ी घोषणाएँ कीं। उन्होंने कहा कि सरकार मंदसौर और नीमच जिलों में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार करके यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी खेत सिंचाई से वंचित न रहे।
सिंचाई और कृषि विकास:
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना से पूरे मालवा क्षेत्र को लाभ होगा। किसानों को बिजली बिलों से राहत देने के लिए सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे। किसान अब अपने सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन करेंगे, और सरकार अतिरिक्त बिजली भी खरीदेगी।
शिक्षा को बढ़ावा:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जावद में नवनिर्मित महर्षि सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण किया। उन्होंने इस विद्यालय को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बताते हुए कहा कि यह गरीब छात्रों को भी विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को साकार करेगा। सांदीपनि विद्यालय परियोजना के तहत, छात्रों के लिए परिवहन सुविधाएँ और विषयवार शिक्षकों के साथ-साथ संगीत, नृत्य, कंप्यूटर और खेल शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई है।
औद्योगिक विकास और रोजगार:
मुख्यमंत्री ने सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड की इकाई मोरवन की आधारशिला रखी। 350 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित होने वाली यह परियोजना नीमच को एक प्रमुख कपड़ा केंद्र के रूप में स्थापित करेगी और लगभग 2000 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगी। यह इकाई “खेत से फैशन” की अवधारणा पर काम करेगी, जिसमें कच्चे माल की खरीद से लेकर तैयार कपड़े तक की प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर की जाएगी।
अन्य विकास पहल:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुखानंद तीर्थ स्थल को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने और थड़ोद में एक हाई स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड करने की भी घोषणा की। उन्होंने सिंगोली में स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड करने और जावद में स्वास्थ्य केंद्र को 100 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाने का भी आश्वासन दिया।
वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन:
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में चीता परियोजना सफल रही है और सरकार वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। गांधीसागर में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र का पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा।
भोपाल डॉट कॉम ब्यूरो