हिमाचल प्रदेश: किन्नौर में बादल फटा, 600 से ज्यादा सड़कें बंद; 413 तीर्थयात्रियों को बचाया गया
नई दिल्ली: BDC News
देश में मानसूनी बारिश का कहर जारी है। उत्तराखंड के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी भारी तबाही हुई है। बुधवार को किन्नौर जिले के तांगलिंग में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। इस घटना का एक भयानक वीडियो सामने आया है, जिसमें पहाड़ से विशाल चट्टानें और मलबा सड़क पर बहते हुए दिख रहा है।
कैलाश यात्रा रोकी गई, 413 तीर्थयात्री बचाए गए
बादल फटने से किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर दो पुल बह गए, जिससे पूरा रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते यात्रा रोक दी गई है और कई श्रद्धालु बीच रास्ते में फंस गए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 17वीं वाहिनी ने बचाव अभियान चलाकर जिपलाइन की मदद से 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। किन्नौर के रिब्बा गांव के पास भी बादल फटा, जिससे नेशनल हाईवे-5 भी 150 मीटर तक बंद हो गया। राहत की बात यह है कि इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
600 से ज्यादा सड़कें बंद, ₹1852 करोड़ का नुकसान
राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 600 से ज्यादा छोटी-बड़ी सड़कें बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली, कालका-शिमला और पठानकोट-कांगड़ा जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी यातायात ठप है। कुल्लू, शिमला, मंडी, सोलन और चंबा सहित लगभग पूरे राज्य में सड़कें और पेयजल परियोजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू में सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। मानसून की शुरुआत से अब तक हिमाचल प्रदेश में हादसों में 192 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 1852 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है।