भोपाल. BDC News.ब्यूरो
मध्य प्रदेश में पिछड़े और कम आय वाले लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। 1 जुलाई से 30 सितंबर तक चलने वाले इस वित्तीय समावेशन अभियान के तहत, बैंकर्स हर उस व्यक्ति की तलाश करेंगे जो अभी तक बैंकिंग प्रणाली से नहीं जुड़ा है। यह अभियान ग्राम पंचायत स्तर पर चलाया जा रहा है और अब तक 12,000 से अधिक पंचायतों में शिविर लगाए जा चुके हैं।
अभियान के मुख्य उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज के हर वर्ग तक वित्तीय सेवाएँ पहुँचें। इसके तहत कई महत्वपूर्ण काम किए जा रहे हैं:
- जीरो बैलेंस खाते: नए प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) खाते जीरो बैलेंस पर खोले जा रहे हैं।
- बीमा और पेंशन: लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), और अटल पेंशन योजना (APY) से जोड़ा जा रहा है।
- केवाईसी अपडेट: 2014 के बाद खुले पुराने बचत और जन-धन खातों के साथ-साथ निष्क्रिय खातों की केवाईसी को दोबारा अपडेट किया जा रहा है।
- जागरूकता: लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचने और आरबीआई में जमा लावारिस पैसे का दावा करने के तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
क्यों जरूरी है यह अभियान?
यह अभियान खासकर निम्न-आय वर्ग और ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य सरकारी योजनाओं के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना भी है। स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (SLBC) के इस फैसले के बाद प्रदेश की सभी 23,043 ग्राम पंचायतों में बैंकों द्वारा शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी व्यक्ति बैंकिंग सुविधाओं से वंचित न रहे।