धर्म डेस्क.BDC News
फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता माइकल डी नास्त्रेदमस (Michel de Nostredame) सदियों से अपनी रहस्यमयी और सांकेतिक भविष्यवाणियों के लिए विश्व भर में विख्यात रहे हैं। उनकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘लेस प्रोफेटिज’ (The Prophecies) में हजारों छंदों के माध्यम से भविष्य की घटनाओं का पूर्वाभास दिया गया है। इन भविष्यवाणियों में हिटलर का उदय, 9/11 के हमले और अन्य वैश्विक आपदाएं शामिल हैं, जो बाद में आश्चर्यजनक रूप से सच साबित हुईं। वर्ष 2025 के लिए भी नास्त्रेदमस ने दो महत्वपूर्ण और प्रासंगिक भविष्यवाणियां की थीं, जो वर्तमान समय में गहरी चिंता का विषय बन रही हैं।
1. AI क्रांति: दुनिया के संवाद के तरीके में बदलाव
नास्त्रेदमस ने 2025 को एक ऐसे महत्वपूर्ण वर्ष के रूप में चिन्हित किया था जब ‘मशीनें दुनिया के संवाद और सूचनाओं के आदान-प्रदान के तरीके को पूरी तरह से बदल देंगी।’
सत्यता की जाँच:
- यह भविष्यवाणी वर्तमान दौर में लगभग पूरी तरह से सत्य साबित हो रही है। इस वर्ष आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग अभूतपूर्व तरीके से बढ़ा है।
- जनरेटिव AI मॉडलों ने लेखन, डिजाइन, कोडिंग और यहाँ तक कि जटिल निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को भी प्रभावित किया है।
- शैक्षणिक संस्थानों से लेकर कॉर्पोरेट जगत तक, AI अब एक सहायक उपकरण नहीं, बल्कि संवाद, नवाचार और कार्यक्षमता का केंद्र बन गया है। नास्त्रेदमस का यह अनुमान है कि भविष्य में भी AI का प्रभाव लगातार बढ़ने वाला है, जो मानवता के सामने नई चुनौतियाँ और अवसर दोनों प्रस्तुत करेगा।
2. मानसिक स्वास्थ्य संकट: भागदौड़ भरा जीवन और अवसाद
नास्त्रेदमस ने 2025 के लिए एक और गंभीर संकट का अनुमान लगाया था – मानसिक स्वास्थ्य का संकट। उनका मानना था कि काम और जीवन की निरंतर भागदौड़, संसाधनों पर बढ़ते दबाव और ‘कम संसाधनों में अधिक काम करने’ की मानसिकता के कारण लोगों में तनाव, चिंता और अवसाद का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाएगा।
सत्यता की जाँच
- यह भविष्यवाणी भी वर्तमान की कठोर वास्तविकता को दर्शाती है। आधुनिक जीवनशैली, डिजिटल कनेक्टिविटी के चौबीसों घंटे दबाव और आर्थिक अनिश्चितता ने मानव मन पर गहरा नकारात्मक प्रभाव डाला है।
- ‘गैलप’ जैसी प्रतिष्ठित सर्वेक्षण एजेंसियों की रिपोर्टें इस बात की पुष्टि करती हैं। उदाहरण के लिए, एक रिपोर्ट में पाया गया कि लगभग 75% तकनीकी कर्मचारी पहले से ही अत्यधिक तनाव (Burnout) महसूस कर रहे हैं।
- नास्त्रेदमस की चेतावनी स्पष्ट थी: जैसे-जैसे दुनिया की गति बढ़ेगी, व्यक्ति का आंतरिक संतुलन बिगड़ेगा, जिसके गंभीर सामाजिक और व्यक्तिगत परिणाम सामने आएंगे।
नास्त्रेदमस की 2025 के लिए की गई ये भविष्यवाणियाँ – AI के बढ़ते प्रभुत्व और मानसिक स्वास्थ्य महामारी – केवल संयोग नहीं, बल्कि आधुनिक सभ्यता के दो सबसे बड़े पहलुओं को रेखांकित करती हैं। जहाँ AI हमें अपार शक्ति दे रहा है, वहीं यह हमें अनजाने में एक बड़े मानसिक संकट की ओर भी धकेल रहा है। इन भविष्यवाणियों को केवल रहस्य के रूप में नहीं, बल्कि आगामी चुनौतियों के लिए एक चेतावनी के रूप में लिया जाना चाहिए।