The Sindh Story: सिंधी युवतियां के जबरन धर्मांतरण को उजागर करती फिल्म
‘द सिंध स्टोरी’ का शो 16 को भोपाल में….. डायरेक्ट, लेखक ने कहा, दर्द हर हिन्दुस्तानी तक पहुंचाने की कोशिश
भोपाल.BDC News
पाकिस्तान में सिंधी समाज की बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार (लव जेहाद) पर बनी सिन्धी/ हिन्दी फ़िल्म “द सिन्ध स्टोरी” के भोपाल में रिलीज़ से पहले लेखक आनंद मनवानी एवं निर्देशक तारिक भट मीडिया से रू ब रू हुए। कहा, फिल्म के जरिये सिंध में सिंधी युवतियों के साथ बर्बरता के बाद धर्मांतरण के दर्द को दिलों तक पहुंचाना है। इसीलिए फिल्म में मंनोजन नहीं, कट टू कट दर्द का दिखाया गया है।
तारिक भट ने कहा, पाकिस्तान के सिंध में हिन्दू बेटियां असुरक्षित हैं। उत्पीड़न के बाद धर्मांतरण कराया जा रहा है। सिंधी हिन्दू बेटियों पर हो रहे अत्याचारों के आंकड़ों के आधार पर फिल्म का कथानक तैयार किया है। घटनाओं को उसी दर्द के साथ दर्शकों के सामने रखने की कोशिश की गई है, जो बेटियां भोग रही हैं। फिल्म की शूटिंग मुंबई, कश्मीर और कुछ भाग पीओके में फिल्माया गया है।
प्रदेश स्तर पर रिलीज हो रही फिल्म
“द सिन्ध स्टोरी” की अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग तारीखों में की जा रही है। राजधानी भोपाल में 16 मार्च को फिल्म का प्रीमियर शो होगा। सिंधी ही नहीं हर भारतीय को यह फिल्म देखना चाहिए, क्योंकि पाक अधिकृत इलाका भारत का हिस्सा है। वहां जो घट रहा है, उसका ताल्लुक हर हिन्दुस्तानी से हैं।
पैसा कमाना हमारी प्राथमिकता नहीं
भट ने कहा, प्रदेश सरकारों से फिल्म को टैक्स फ्री करने का आग्रह है, लेकिन हमारा उद्देश्य अपनी बात को लोगों तक पहुंचाना है कमाना नहीं। मुंबई के फिल्म के प्रीमियर को अच्छा प्रतिसाद मिला है। इंदौर में आज यानी सात मार्च से रिलीज हुई है। भोपाल में को फिल्म का शो होगा।
द सिंध स्टोरी के बारे में
फ़िल्म का कथानक ज़बरदस्ती धर्मांतरण की समस्या को उजागर करता है, जिसे लेखक और निर्माता आनंद मनवानी ने तैयार किया है। फ़िल्म का निर्देशन तारिक भट ने किया है, जिन्होंने इसे एक प्रभावी और संवेदनशील तरीके से पेश किया है। “द सिन्ध स्टोरी” हिन्दी और सिन्धी दोनों भाषाओं में बनाई गई है, जो इसे व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ बनाती है। फ़िल्म में मुख्य भूमिकाओं में सिमरन आहूजा, नैना लालवानी, नील तलरेजा, चंदा वीरानी और प्रीत खत्री हैं। इस फ़िल्म का उद्देश्य सिंधी समाज को जागरूक करना और एकजुट करना है, ताकि पाकिस्तान में सिन्धी बेटियों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विश्व स्तर पर आवाज उठाई जा सके। “द सिन्ध स्टोरी” वर्तमान समय की एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को उठाने वाली फ़िल्म है।
भोपाल डॉट कॉम, संतनगर ब्यूरो