खंडवा उपचुनाव… कांग्रेस की हार की स्क्रीप्ट लिख दी अरूण यादव ने
दावेदारी से हटै, लेकिन उम्मीदवार का साथ देने का सियासी वादा किया… पारिवारिक कारण कांग्रेस की सियासत रहीं.. कमलनाथ और सर्वे ने बिगाड़ा खेल
भोपाल। अजय तिवारी
…. अरूण यादव (Arun Yadav) को खंडवा उपचुनाव लड़ना नहीं था तो दिल्ली में कर क्या रहे थे। दावेदारी छोड़ने की वजह पारिवारिक कारण बताया है। मैदान में उतरने वाले के लिए समर्पण से काम करने की अरूण यादव की बात गले नहीं उतर रही है। सियासत पर नजर रखने वालों का मानना है यह उपचुनाव में खंडवा सीट पर कांग्रेस की हार की इबारत लिखने की शुरूआत है। अरूण यादव जिस परिवार की बात कर रहे हैं वह कांग्रेस है और उसके मुखिया कमलनाथ बाबू हैं।
अरुण यादव की खंडवा सीट से लोकसभा उपचुनाव से दावेदारी छोड़ने की इन साइड स्टोरी हम आपको बताते हैं। यादव ने रविवार को कांग्रेस की सुप्रीमो सोनिया गांधी के नाम खत भेजा, प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक को सौंपा और इंदौर लौट आए। खत में लिखा मैं पारिवारिक कारणों से चुनाव नहीं लड़ना चाहता, लेकिन पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी, उसके लिए समर्पित होकर काम करूंगा। यादव को मैदान में उतारने के लिए कमलनाथ तैयार नहीं थे, इसलिए खंडवा लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार का चयन हाईकमान करेगी की बात कही जा रही है। यादव ने खत से पहले ही सोशल मीडिया पर शायरी के अंदाज में अपनी बात रख दी थी- यादव ने लिखा था ‘मुझे भी यकीन था हर शख्स की तरह यही, मेरी बर्बादी के पीछे हाथ मेरे दुश्मनों का था। पलट कर देखा जो मैंने बदन पर खाकर जख्म, फेंका हुआ तीर मेरे दोस्तों का था।’
कमलनाथ रविवार को देर शाम भोपाल से दिल्ली पहुंचे। बुरहानपुर के आजाद विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अपनी पत्नी जयश्री के लिए दावेदारी ने यादव की राह रोकी है। क्योंकि पार्टी के अंदर से आ रही खबरों में बताया जा रहा है कि सर्वे में जयश्री टॉप पर है, उनकी उम्मीदवारी को नजर अंदाज करना भारी पड़ सकता है। यह बात हाईकमान तक पहुंचाई गई है।
आज या कल नाम आएंगे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चुनाव प्रभारियों से चर्चा और सर्वे के आधार पर उपचुनाव में कांग्रेस अपने नामों का ऐलान करेगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस भी सोमवार-मंगलवार तक उम्मीदवारों का ऐलान कर देगी। कांग्रेस ने पृथ्वीपुर से नीतेंद्र सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन रैगांव व जोबट विधानसभा सीट पर नाम तय नहीं हो पाए हैं।
बिगड़ गया कांग्रेस का गणित
जोबट सीट से आलीराजपुर के जिला अध्यक्ष महेश पटेल को टिकट मिल सकती है, पूर्व विधायक सुलोचना रावत और उनके बेटे विशाल के बीजेपी शामिल होने से कांग्रेस का समीकरण कुछ गड़बड़ा गया है। बीजेपी सुलोचना या विशाल में से किसी एक को मैदान में उतारेगी। कांग्रेस युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत को सामने ला सकती है।
किस था कब्जा
बता दे… प्रदेश में एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। दो विधानसभा सीट पर पहले से कांग्रेस का कब्जा था। वहीं, एक लोकसभा और विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा था।