यदि आप जानना चाहते हैं कि घर में आसानी से पूजा कैसे करें तो आप सही जगह है एक साधारण व्यक्ति के लिए घर पर दैनिक पूजा करने के लिए सरल विधि है, जो थोड़े समय में शांति और सकारात्मकता देती है।
घर में पूजा विधि:
पूजा की प्रक्रिया में ध्यान, संकल्प, गणपति पूजन, पंचदेव पूजन, आरती और क्षमा प्रार्थना मुख्य हैं। नीचे आपको संबंधित मंत्र मिलेंगे, जिनका प्रयोग दैनिक पूजा में किया जा सकता है.
दैनिक पूजा विधि :
- प्रतिदिन प्रातः काल में स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और शांत स्थान या पूजा घर या मंदिर में बैठें.
- यदि आप घर के मंदिर में पूजन कर रहे है तो सबसे पहले घर के मंदिर या पूजा घर को साफ करें फिर आसन बिछाकर पूर्व (East) या उत्तर (North) की ओर मुख करें.
- दीपक (घी/तेल), नैवेद्य, फूल, अगरबत्ती, जल आदि पूजा सामग्री एक थाली में रखें
- आंखें बंद करें, मन शांत करें और देवता का स्मरण करें और अपने इष्ट देवता का ध्यान करें .
- संकल्प: दाहिने हाथ में जल लेकर इच्छा के अनुसार संकल्प लें.
- आचमन करें : शुद्धिकरण के लिए तीन बार जल पीएं और निचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करें :
“ॐ अच्युताय नमः”
“ॐ अनंताय नमः”
“ॐ गोविंदाय नमः”. - सर्वप्रथम गणेश पूजन से शुरुआत करें एवं भगवान गणेश जी के निचे दिए गए मंत्र का बोले:
“ॐ गं गणपतये नमः”. - पंचदेव पूजा: श्रद्धा भाव के साथ सूर्य, विष्णु, शिव, दुर्गा, गणेश, पांच देवताओं को जल, पुष्प, धूप, दीप अर्पित करें.
- यदि समय हो, तो अपने इष्ट देवी/देवता का ध्यान और मंत्र जाप करें.
- आरती करें उपरांत सभी लोगो को प्रसाद का वितरण करें .
पूजा के दौरान बोले जाने वाले कुछ मंत्र निम्नानुसार हैं
- गणेश पूजन:
- विष्णु पूजन:
- शिव पूजन:
- दुर्गा पूजन:
- सूर्य पूजन:
- अन्य शुभ मंत्र:
- पूजा के अंत में क्षमा प्रार्थना करना बहुत जरुरी होता है क्योंकि जाने या अनजाने में कुछ न कुछ गलती होने की सम्भावन होती है इसलिए प्रार्थना जरुरी होती है :
संक्षिप्त नियम/टिप्स
- पूजा हमेशा निश्चित समय और स्थान पर करें ताकि यह हमारी दिनचर्या में आ सके.
- पूजा प्केरारंभ करने से पहले मूर्ति या फोटो साफ करें और यदि संभव हो तो कांसे की मूर्ति का स्नान करें .
- पूजा के बाद सभी को प्रसाद का वितरण करें .
यह विधि सरल, समयसाध्य और शास्त्रसम्मत मानी जाती है, जिससे रोज़ाना मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है