नई दिल्ली: BDC News बिजनेस डेस्क
यदि आपCICI बैंक के ग्राहकों हैं तो यह खबर आपके लिए है। बैंक ने मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की सीमा में भारी बढ़ोतरी कर दी है, जो एक अगस्त से लागू भी हो गई है। आप अपने खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखेंगे तो आपको पेनल्टी देनी होगी। यह बदलाव 10 साल बाद किया गया है और इसके साथ ही ICICI बैंक अब मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB) के मामले में सबसे सख्त घरेलू बैंकों में से एक बन गया है
नई मिनिमम बैलेंस लिमिट
- बैंक ने शहरों, कस्बों और गांवों के लिए मिनिमम बैलेंस की लिमिट बढ़ा दी है:
- मेट्रो और शहरी इलाके: अब ₹50,000 का मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य है।
- अर्ध-शहरी (सेमी-अर्बन) इलाके: यहां के ग्राहकों को ₹25,000 मेंटेन करने होंगे।
- ग्रामीण इलाके: गांवों में खुले खातों के लिए यह लिमिट ₹10,000 हो गई है।
- पहले यह लिमिट मेट्रो शहरों में ₹10,000, अर्ध-शहरी इलाकों में ₹5,000 और ग्रामीण क्षेत्रों में ₹2,500 थी।
देश के अन्य प्रमुख बैंकों के नियम
भारतीय स्टेट बैंक (SBI): 2020 से सभी सेविंग अकाउंट्स के लिए मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB): जुलाई 2025 से PNB ने भी मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर कोई पेनल्टी नहीं लगाने का फैसला किया है।
HDFC बैंक: बड़े शहरों में ₹10,000, छोटे शहरों में ₹5,000 और ग्रामीण इलाकों में ₹2,500 का मिनिमम बैलेंस जरूरी है। पेनल्टी ₹600 तक हो सकती है।
एक्सिस बैंक: बड़े शहरों में ₹12,000, छोटे शहरों में ₹5,000 और ग्रामीण इलाकों में ₹2,500 मिनिमम बैलेंस जरूरी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा: जुलाई 2025 से नॉर्मल सेविंग अकाउंट्स पर कोई पेनल्टी नहीं लगती। प्रीमियम खातों के लिए ₹500 से ₹2,000 तक मिनिमम बैलेंस आवश्यक है।