अमृत भारत योजना: बदल रही संतनगर की सूरत, ईआई पैनल लगा
– सालों तक झेली ही उपेक्षा, आने वाले समय में लगेगा राजधानी का स्टेशन
संतनगर. भोपाल डॉट कॉम
संत हिरदाराम नगर स्टेशन अपडेट हो रहा है। जहां अमृत भारत योजना में विकास कार्य हो रहे हैं, वहीं ट्रेनों का ऑपरेटिंग सिस्टम मैन्युअल से हाईटेक हो गया है। तीसरी रेल लाइन का काम पूरा कर लिया गया है।
कभी रतलाम मंडल का हिस्सा होने के चलते छोटे स्टेशन सा नजर आने वाले उपनगर का स्टेशन भोपाल मंडल में शामिल होने के बाद बदल रहा है। आने वाले दिनों में राजधानी का तीसरा स्टेशन नजर आने लगेगा। अब स्टेशन पर ईआई पैनल से गाड़ियों का संचालन हो रहा है। अभी तक पीआई पैनल पर स्टेशन मास्टर काम कर रहे थे। स्टेशन के चौथे प्लेटफार्म पर पीआई पैनल से स्टेशन मास्टर कक्ष अपडेट कर दिया गया है। कम्प्यूटर पर रेल गाड़ियों का संचालन दिखाई दे रहा है। गाड़ियों के आने से कम्प्यूटर से ही स्टेशन से जुड़े फाटक बंद हो रहे हैं। स्टेशन मास्टर कम्प्यूटर पर ही लाइन की सेटिंग कर रहे हैं। ऐसा ईआई पैनल के लगने से हो रहा है।
लगा था पीआई पैनल
अंग्रेजों के जमाने से लेकर अब तक क्षेत्र के ट्रैक पर रेल गाडियों का संचालन पीआई पैनल से होता था। तब गाडियों की लाइन के लिए सिग्नल गेट मैन देता था। इसमें अधिक समय लगने से कई बार ट्रेन आउटर पर सिग्नल के इंतजार में खड़ी कर दी जाती थी। यात्री उसमें बेहाल होते थे। अब ईआई पैनल से सीधे स्टेशन मास्टर काम रहे हैं। आधुनिक कंट्रोल पैनल से ट्रेनों के संचालन में कर्मचारियों को सुविधा हो गई है।
विकास, उम्मीद और स्टेशन
तीसरी रेल लाइन बिछी : रामगंज मंडी से संत हिरदाराम नगर स्टेशन तक तीसरी रेल लाइन बिछाने का काम संतनगर स्टेशन तक पूरा हो गया है। यह लाइन भोपाल, निशातपुरा से होकर संतनगर आई है, उपनगर जंक्शन रहेगा। नई लाइन बिछने से ट्रेनों के स्टापेज की संख्या बढ़ेगी।
दूसरे छोर पर विकास : दूसरे छोर पर प्रबंधक कक्ष, पार्किंग विकास एवं नया प्रतीक्षालय बनाने का काम भी चल रहा है। आने वाले समय में सीटीओ एवं देवलोक कॉलोनी के रहवासियों को भी संतनगर आकर स्टेशन आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
क्या है योजना : छह दशक पुरानी स्टेशन बिल्डिंग को तोड़कर नया बनाया जाएगा। स्टेशन का विकास सिटी सेंटर के रूप में किया जाना है। यात्री सुविधाओं को भोपाल स्टेशन की तरह विकसित किया जाना है। स्टेशन पर अमृत भारत प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 50 हजार से अधिक आबादी को लाभ होगा, जो पटरी के उस पार रहती है। दूसरी तरफ सीटीओ, देवलोक कॉलोनी, कैंप नंबर 12, पूजाश्री नगर एवं कैलाशनगर व अन्य कॉलोनियों की बसाहट हुई है ओर हो रही है।