BJP : आठ के टिकट काटे, 19 नए चेहरे मैदान में उतारे
लोस चुनाव.. मध्यप्रदेश का भाजपाई परिदृश्य पूरी तरह साफ
भोपाल. अजय तिवारी
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने मध्यप्रदेश में अपनी सभी सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं। कुछ पुरानों को नकारा है, ज्यादातर को बरकरार रखा है। आठ सांसदों के टिकट काटे हैं 13 नए चेहरों को मौका दिया है।
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर भाजपा जीती। केवल छिंदवाड़ा ही नकुलनाथ कांग्रेस के खाते में डाल पाए थे। इसकी वजह सीट को कमलनाथ का अभेद किला माना जाता है। नकुलनाथ के सामने भाजपा ने विवेक बंटी साहू को उतारा है। साहू विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के सामने भी भाजपा के प्रत्याशी थे।
कांग्रेस ने अभी तक प्रदेश के 10 नाम घोषित किए हैं। भाजपा सभी 29 सीटों के लिए प्रत्याशी तय कर चुकी है। भाजपा ने सात सांसदों को विधानसभा चुनावों में उतारा था। उनमें से पांच ने चुनाव जीता और अब उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। भाजपा ने पहली सूची में प्रदेश के 24 और दूसरी में बाकी बचे पांच नामों की घोषणा दूसरी लिस्ट में कर दी है। पहली सूची में छह सांसदों के टिकट काटे गए थे। पांच खाली सीटों पर नए चेहरे उतारे थे। दूसरी सूची में तो दो सांसदों के टिकट काटे हैं, यानी आठ सांसदों को टिकट नहीं दिया गया है, 13 नए चेहरे मैदान में हैं।
दूसरी सूची की बात
पार्टी ने उज्जैन और इंदौर से मौजूदा सांसदों अनिल फिरोजिया और शंकर लालवानी पर फिर भरोसा जताया है। धार से छतरसिंह दरबार का टिकट काटकर सावित्री ठाकुर को बालाघाट से ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर डॉ. भारती पारधी को टिकट दिया है। छिंदवाड़ा में विवेक बंटी साहू को नकुल नाथ के सामने उतारा है।
दूसरी सूची की पांच सीटों का गणित
भाजपा को विधानसभा चुनावों में छिंदवाड़ा में करारी हार का सामना करना पड़ा था। कमलनाथ के गढ़ में कांग्रेस ने जिले की सभी सीटों पर जीत दर्ज कराई थी। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में हारे बंटी साहू को उतारा है। बंटी भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं और पार्टी के सबसे बड़े नेता भी हैं।
एक बार फिर सांसद शंकर लालवानी पर ही भरोसा जताया है। सुमित्रा महाजन ने ही लालवानी को टिकट दिलाया था । लालवानी के नाम को लेकर विजयवर्गीय की सहमति न बनने की बात कही जा रही थी, लेकिन हाईकमान ने पुराने चेहरे लालवानी को टिकट दे दिया है।
सांसद अनिल फिरोजिया फिर उम्मीदवार बनाए गए हैं। कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन में किसी महिला को उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में थे। हालांकि, फिरोजिया टिकट पाने में कामयाब रहे हैं।
भाजपा ने पूर्व सांसद सावित्री ठाकुर को टिकट दिया है। 2019 में ठाकुर का टिकट काटकर ही छतरसिंह दरबार को मौका दिया गया था। अब छमर सिंह की जगह सावित्री ठाकुर को फिर मौका दिया है। छतर सिंह के टिकट कटने को एंटी- इनकम्बेंसी माना जा रहा है।
भाजपा ने डॉ. भारती पारधी को टिकट दिया है। वे महिला एवं जमीनी कार्यकर्ता हैं, उनके नाम को संघ और संगठन के वरिष्ठ नेताओं की पसंद बताया जा रहा है। सांसद ढालसिंह बिसेन को लेकर जनता में नाराजगी थी।
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